हल्दी के चमत्कारिक गुण, कैंसर जैसी बीमारियों में फायदा

हल्दी एक नहीं अपितु अनेक फायदे है इसमें पाया जाने वाला योगिक कैंसर से निजात पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|
न्यूरोब्लास्टोमा को नष्ट करने में मददगार
शोधकर्ताओं के अनुसार हल्दी में पाए जाने वाले कक्युर्मिन को नैनो कणों के साथ जोड़कर उपचार प्रतिरोधी  न्यूरोब्लास्टोमा को नष्ट करने  में इस्तेमाल किआ जा सकता है| न्यूरोब्लास्टोमा बच्चो में पाया जाने वाला सबसे आम कैंसर होता है| शोधकर्ताओ का मानना है की नैनो कणों के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं या ट्यूमर को निशाना बनाने की प्रणाली एक अनूठा उपाय है इसकी बदौलत नैनो कणों के जरिये ट्यूमर तक दवाई पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है
नैनो कणों से ट्यूमर पर हमला
अध्यन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया है की हल्दी में मौजूद कक्युर्मिन में कैंसररोधी क्षमता है|लेकिन ये कम घुलनशील और कम स्थिर है| इस चुनोई से निपटने के लिए शोधकर्ताओं ने कक्युर्मिन को कैंसरकारी ट्यूमर तक पहुंचने के लिए नैनोकणों का इस्तेमाल किया|
इसका कोई भी दुष्प्रभाव न होना
अमेरिका के नेमर्स चिल्ड्रन हॉस्पिटल के बाल चिकित्सा सर्जन तमारा जे वेस्टमोरलैंड ने कहा, उच्च खतरे वाला न्यूरोब्लास्टोमा  पर पारम्परिक तरीके बेअसर भी हो सकते है, ऐसा होने से मरीज़ के बचे रहने सम्भावना कम हो जाती है, इस अध्यन से ये साबित हो जाता है की न्यूरोब्लास्टोमा ट्यूमर के उपचार में ऐसे सहायक होगा जिसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा|
किस प्रकार किया प्रयोग
शोधकर्ताओं ने सेरियम ऑक्सइड के सूक्ष्म कणों में कक्युर्मिन भरा और उन पर डेक्सट्रोन की परत चढ़ाई| इस तरह तैयार दवा को उन्होंने कैंसर ट्यूमर तक पहुंचाया ताकि उच्च जोखिम वाले  न्यूरोब्लास्टोमा की कोशिकाओ पर इनके असर की जांच की जा सके| ये फार्मूला न्यूरोब्लास्टोमा से ग्रस्त  कोशिकाओं को मरने में खासा कारगर रहा इससे स्वस्थ कोशिकाओं को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुँचता |
सिर्फ मसाला नहीं है हल्दी 
दर्द निवारक : हल्दी में सृजनरोधी गुण होते है| इससे जोड़ो के दर्द में राहत मिलती है| शरीर का सामान्य दर्द दूर करने में दूध के साथ हल्दी पाउडर का सेवन करे
२. बेक्टेरिया रोधी : इसमें बक्टेरिया रोधी गुण होते है यह रोगाणुनाशक है|
३. यादाश वर्धक : हल्दी में पाया जाने वाला कक्युर्मिन तत्व alzyemer के मरीजों में यादाश्त सुधारनें में सहायक सिद्ध होता है| इसमें मौजूद एरोमेटिक टर्मेरॉन तत्व दिमाग की स्टेम कोशिकाओं को दुरुस्त करने में मददगार है|
४. सुपाचक: पाचनतंत्र  से जुडी समस्याओ को दूर करता है|
५.सौन्दर्यवर्धक : इससे इस रूप में भी इस्तेमाल कई जा सकता है|